जयपुर, 31 जुलाई (भाषा) कांग्रेस के विधायक राजस्थान के घोड़ा व्यापार के मामलों के बीच शुक्रवार को 14 दिनों के लिए जयपुर से जैसलमेर चले गए। राजस्थान आधिकारिक सामाजिक मामले की बैठक 14 अगस्त को चली गई और तब तक विधायक जैसलमेर में सराय में रहेंगे।
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ये सभी विधायक 13 जुलाई से हाउसिंग फेयरमाउंट में रह रहे थे, जब सचिन पायलट ने 18 विधायकों से संपर्क खो दिया था।
पर्यवेक्षक मौलवी अशोक गहलोत ने विधायकों को देखा और कहा कि बसपा विधायकों का विलय सही नहीं हो सकता। राज्यसभा में टीडीपी के चार सांसद बीजेपी के साथ एकजुट हो गए। सिद्धांत मंत्री ने दिखाया कि उन्हें 14 अगस्त को सामाजिक सभा की बैठक शुरू होने के बाद समर्थन का प्रदर्शन करना चाहिए।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में घोड़ों के व्यापार की गति बढ़ी है, क्योंकि सामाजिक अवसरों की बैठक की तारीख तय होने के बाद नई दरों का उच्चारण किया गया है। उन्होंने व्यक्त किया, पार्टी बैठक की पुष्टि के बाद घोड़ों के व्यापार की गति बढ़ गई है। पहले विधायकों के लिए सिद्धांत विभाजन 10 करोड़ रुपये था और आगामी बिट 15 करोड़ रुपये था। किसी भी मामले में, सीधे यह अंतहीन हो गया है और हर कोई स्वीकार करता है जो इस व्यवस्था के साथ बंद है।
गहलोत ने इसके अलावा बहुजन समाज सामाजिक कार्यक्रम (बसपा) की अध्यक्ष मायावती की आलोचना की और उन्हें समर्थन देने की घोषणा की।
गहलोत ने निराश विधायकों से फ्लोर टेस्ट लेने का भी आग्रह किया और कहा कि चूंकि उन्होंने कांग्रेस की तस्वीर पर राजनीतिक दौड़ जीत ली है, इसलिए यह सदन में सामाजिक कार्यक्रम के साथ बने रहने की प्रतिबद्धता में बदल जाता है।
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